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Gold Exchange SEBI - Detailed Description about its Trading, Value and Exchange

Indian Gold Exchange Market

NEW GOLD EXCHANGE PROPOSED BY SEBI
It will transform the way GOLD is TRADED

GOLD EXCHANGE SEBI INDIA

What's the process of Gold Exchange? 

  1. Physical Gold to be converted to EGR - Electronic Gold Receipt. 
  2. Depositories will inform exchange about EGRs
  3. Clearing corporations will settle the trades
  4. EGR will be converted to physical Gold
  5. Buyers will get it by tendering EGR.
WHY this GOLD EXCHANGE :

TO TRASNFORM INDIA INTO A CONTROLLING POWER OF GOLD PRICE AND TRACK GOLD IN INDIA.


1. क्या है गोल्ड एक्सचेंज ?

गोल्ड एक्सचेंज सेबी का नया प्रपोजल है जिसमे देश में होने वाले गोल्ड ट्रांसक्शन को एक एक्सचेंज के अंदर लाया जाएगा यह सेबी  एक प्रपोजल पेपर है.

इस प्रपोजल के हिसाब से देश में होने वाले गोल ट्रांजैक्शंस के लिए इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीव क्रिएट की जाएंगी। इनको EGR कहा जायेगा। EGR अलग अलग अमाउंट के लिए गोल्ड रिसीव क्रिएट जाएंगे मतलब 5 ग्राम 10 ग्राम और 1 तरीके से स्माल खरीदारी के लिए के लिए भी.

EGR के ज़रिये ट्रेडिंग कैसे होगी ?

इस प्रोसेस को पांच स्टेप्स  में कंप्लीट की जाएंगी

  1. पहला स्टेप फिजिकल गोल्ड को ईजीआर में कन्वर्ट किया जाएगा यानी इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट
  2. दूसरा स्टेप डिपॉजिट एक्सचेंज को अपने ईजीआर के बारे में सूचित करेंगे
  3. तीसरा स्टेप क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ट्रेडिंग को सेटल करेंगे
  4. चौथा स्टेप इजीआर को फिजिकल गोल्ड में बदल लिया जाएगा
  5. पांचवा स्टेप  खरीदार को सोना अगर खरीदना है तो टेंडर से खरीदना होगा
क्या गोल्ड कमोडिटी ट्रेडिंग बंद हो जाएगी?

गोल्ड ट्रेडिंग कम्युनिटी बंद नहीं होगी लेकिन उनके जगह पर धीरे-धीरे गोल्ड एक्सचेंज को लाया जाएगा ट्रेडज को इंस्टिट्यूट किया जाएगा गोल्ड एक्सचेंज में यह धीरे-धीरे इंप्लीमेंट किया जाएगा सारा प्रोसेस वेल प्लांड  और धीरे-धीरे होगा

क्यों लाया जा रहा है गोल्ड एक्सचेंज?

भारत में हर साल लगभग 900 टन का गोल्ड इंपोर्ट करता है फिर भी ग्लोबल रेट फिक्स करने में इंडिया का कंट्रीब्यूशन बहुत ही कम है इसी को चेंज करने के लिए गोल्ड एक्सचेंज का प्लान किया जा रहा है।  एक्जिस्टिंग एक्सचेंज मे EGR में ट्रेड शुरू तुरंत होगा लेकिन नए एक्सचेंज बनाने के लिए इन्वेस्टमेंट जरुरी है.

इसके अलावा देश में होने वाले गोल्ड के एक्सचेंज को रेगुलेट करने में भी यह एक्सचेंज हेल्प करेगा

VAULT मैनेजर्स :

फिजिकल गोल्ड को ईजीआर के  डिसबर्ड करने के लिए VAULT  मैनेजर्स को की जरूरत पड़ेगी इसके लिए सेबी सोचेगा कि क्या पात्रता होनी चाहिए कौन सा बिजनेस हाउस इसके लिए अप्लाई करेगा यह देखने वाली बात है.

अगर सरकार के वादे के मुताबिक गोल्ड एक्सचेंज बनाया गया तो दुनिया में सोने के दाम में हम परिवर्तन ला सकते हैं और यह एक अच्छा कदम माना जाएगा लेकिन कमोडिटी ट्रेडर की जिंदगी में मुसीबत भी आ सकता है.

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