भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ‘यूपीआई 123 पे’ सेवा की शुरुआत करने से देश के करीब 40 करोड़ फीचर फोन उपयोगकर्ता डिजिटल भुगतान प्रणाली से जुड़ जाएंगे। यह फीचर फोन उपयोगकर्ता बिना इंटरनेट और बिना स्कैन डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।
डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर का कहना है कि इस समय फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए यूपीआई सेवाएं यूएसएसडी के आधार पर उपलब्ध हैं। लेकिन यह काफी बोझिल है और सभी मोबाइल ���रिचालक ऐसी सेवाओं की अनुमति नहीं देते हैं। फीचर फोन उपयोगकर्ता अब चार तकनीकी विकल्पों के आधार पर कई तरह के लेनदेन कर सकते हैं। इनमें आईवीआर (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स) नंबर पर कॉल करना, फीचर फोन में ऐप की कार्यक्षमता, मिस्ड कॉल आधारित विधि और ध्वनि आधारित भुगतान शामिल हैं। इससे धन भेज सकते हैं, विभिन्न बिलों का भुगतान कर सकते हैं। वाहनों के फास्टैग को रिचार्ज करने तथा मोबाइल बिलों का भुगतान होगा।
ध्वनि: फीचर फोन धारक ध्वनि-आधारित भुगतान कर सकेंगे। इसमें किसी भी उपकरण पर संपर्क रहित, ऑफलाइन और निकटता डेटा संचार को सक्षम करने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग होता है।
मिस्ड कॉल : इसमें भुगतान प्राप्त करने वाले के नंबर पर मिस्ड कॉल देनी होगी। इसके बाद भुगतान के लिए वापस कॉल आएगी। इस कॉल पर भुगतान करने वाले को यूपीआई पिन सत्यापित करना होगा।
हेल्पलाइन से ले सकते हैं मदद
आरबीआई ने फीचर फोन से डिजिटल भुगतान के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की है। इस हेल्पलाइन को डिजीसाथी नाम दिया गया है। फीचर फोन उपयोगकर्ता किसी भी तरह की समस्या होने पर डिजीसाथी डॉट कॉम या फोन नंबर 14431 और 1800 891 3333 के जरिए मदद ले सकते हैं। इस हेल्पलाइन को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने तैयार किया है।
साइबर सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत
शक्तिकांत दास का कहना है कि डिजिटल लेनदेन में बढ़ोतरी के साथ साइबर सुरक्षा को बढ़ाने की जरूरत भी है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रणाली पूरी तरह सुरक्षित होनी चाहिए। उन्होंने एनपीसीआई से यूपीआई को अन्य देशों में ले जाने के प्रयास जारी रखने के लिए कहा।
बिना इंटरनेट भुगतान की मौजूदा व्यवस्था
● फोन के कीपैड से *99 टाइप करके कॉल करना होता है।
● फोन पर कई विकल्प दिखते हैं। सबसे पहले पैसे भेजने का विकल्प होता है। इसके लिए 1 डायल करें।
● पैसे कहां और कैसे भेजने हैं, इसकी की जानकारी मांगी जाती है। मोबाइल नंबर, यूपीआई आईडी और आईएफएससी या पहले से सुरक्षित लाभार्थी का विकल्प चुनना होता है।
● पैसे भेजने के विकल्प का चुनाव करने के बाद सेंड बटन पर क्लिक करना होता है।
● इसके बाद भेजी जाने वाली राशि सबमिट करके सेंड बटन दबाना होता है। साथ ही टिप्पणी एंटर करनी होती है।
● इसके बाद यूपीआई पिन पूछा जाता है। यूपीआई पिन सत्यापित होते ही भुगतान हो जाता है।
जानिये क्या होता है फीचर फोन
फीचर फोन को सामान्य मोबाइल फोन भी कहा जाता है। इस फोन में सिर्फ कॉल करने, कॉल रिसीव करने, मैसेज भेजने और प्राप्त करने की सुविधा होती है। एक अनुमान के अनुसार आज भी देश की बड़ी आबादी फीचर फोन का इस्तेमाल करती है।
Reserve Bank of India launches (a) UPI for Feature Phones (UPI123pay) and (b) 24x7 Helpline for Digital Payments (DigiSaathi)
The Reserve Bank has launched two key initiatives today – (1) UPI123Pay – Option to make Unified Payments Interface (UPI) payments for feature phone users, and (2) DigiSaathi - a 24x7 Helpline to address the queries of digital payment users across products. While launching the two initiatives, RBI Governor Shri Shaktikanta Das highlighted the importance of these initiatives in enhancing the diversity, utility and transformational power of digital innovations in the country. These initiatives will further deepen the digital ecosystem and financial inclusion. The Governor also stated that the RBI stands committed to providing an enabling environment for this.
At present, efficient access to UPI is available on smart phones. UPI can be accessed through NUUP (National Unified USSD Platform) using the short code of *99#. But this option is cumbersome and not popular. Considering that there are more than 40 crore feature phone mobile subscribers in the country, UPI123pay will materially improve the options for such users to access UPI. UPI123Pay includes four distinct options as below:
App-based Functionality: An app would be installed on the feature phone through which several UPI functions, available on smartphones, will also be available on feature phones.
Missed Call: This will allow feature phone users to access their bank account and perform routine transactions such as receiving, transferring funds, regular purchases, bill payments, etc., by giving a missed call on the number displayed at the merchant outlet. The customer will receive an incoming call to authenticate the transaction by entering UPI PIN.
Interactive Voice Response (IVR): UPI payment through pre-defined IVR numbers would require users to initiate a secured call from their feature phones to a predetermined number and complete UPI on-boarding formalities to be able to start making financial transactions without internet connection.
Proximity Sound-based Payments: This uses sound waves to enable contactless, offline, and proximity data communication on any device.
The 24x7 Helpline – ‘DigiSaathi’ – provides a channel to obtain help on the entire gamut of digital payments. Automated responses on information related to digital payment products and services are available in Hindi and English through multiple options like – (a) toll-free number (1800-891-3333), (b) a short code (14431), (c) website – www.digisaathi.info, and chatbots. DigiSaathi will assist users with their queries on digital payments via website & chatbot facility and through toll-free calls where user can dial or call out the options / products for which the information is required. More interactive options and language choices shall be enabled going forward.
The above initiatives are envisioned to accelerate the process of digital adoption in India, by creating a richer and inclusive ecosystem that can accommodate larger sections of population.
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